किशनगंज जिला के जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री संजय अग्रवाल के खिलाफ कोर्ट के कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया तथा दिनभर हुआ बवाल । किशनगंज कोर्ट कर्मचारी जिला जज के व्यवहार से काफी नाराज बताए जा रहे है। आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
Table of Contents
क्या है किशनगंज कोर्ट कर्मचारी का पूरा मामला :
श्री संजय अग्रवाल ,जिला एवं सत्र न्यायाधीश, किशनगंज के रूप में दिनांक 12-02-2024 को योगदान दिए थे । बताया जाता है कि योगदान के पूर्व से ही प्रशासन प्रभारी और स्वयं जिला जज के द्वारा किशनगंज कोर्ट कर्मचारी के विरुद्ध दुर्व्यवहार किया जा रहा था।
किशनगंज कोर्ट कर्मचारी की क्या है व्यथा जाने पूरी सच्चाई :
- दिनांक 12.2.2024 को सभी कर्मचारी गण को समय से एक घंटा पूर्व बुला लिया गया एवं न्यायालय अवधि के डेढ़ घंटा बाद छोड़ा गया जिस कारण सभी कर्मचारी गण भूखे रहे और मानसिक प्रताड़ना का शिकार हुए।
- जिला जज के द्वारा योगदान के दिन ही कुछ कर्मचारियों पर show cause किया गया एवं फिर dismiss करने का धमकी दिया जा रहा था।
- सभी कर्मचारियों का दिनांक 18.02.2024 एवं 25-02-2024 का छुट्टी रद्द कर दिया गया एवं साफ सफाई करवाया गया ।
- सभी तृतीय वर्ग के कर्मचारी एवं चतुर्थ वर्ग के कर्मचारी गण द्वारा पोछा लगवाया ।
- यहां तक बोला गया कि अपना अपना शर्ट खोलकर साफ करना होगा अन्यथा सस्पेंड हो जाओगे।
- दिनांक 24-02-2024 को किशनगंज न्यायमंडल में माघी पूर्णिमा का अवकाश घोषित होने के बावजूद श्रीमान जिला जज महोदय के द्वारा छुट्टी रद्द किया गया।
- सूचना हुआ के दिनांक 23-02-2024 को श्रीमान जिला जज किशनगंज निरीक्षण करेंगे सूचना के आलोक में सभी कर्मचारी गण विधिवत तैयार थे परंतु श्रीमान के निरीक्षण के दौरान निरीक्षण नहीं किया गया बल्कि बेवजह लगभग 22 से 25 कर्मचारी गण को गाली दिया गया और कहा गया कि तुम्हारे मां एवं बहन को नंगा करके कोठा पर बैठाऊंगा और तुमसे दलाली करवाऊंगा और 376 के झूठे केस में सबको जेल भेजूंगा और सबको टर्मिनेट करूंगा ।
- इसके बाद सभी का मोबाइल जप्त कर लिया गया एवं संध्या के समय एक शर्मनाक घटना को अंजाम श्रीमान जिला जज के द्वारा दिया गया।
- बताया जाता है की श्री संदीप कुमार, थाना अध्यक्ष किशनगंज को बुलाकर जिला जज के चेंबर में कर्मचारी राजेश कुमार दास को कान एवं सर पर बहुत मारा गया ।
- जिला जज के चेंबर के पास सीनियर मोस्ट स्टाफ के साथ थाना अध्यक्ष ने गाली गलौज किया तथा धमकी भरे शब्दों में बोला कि हम देख लेंगे।
किशनगंज कोर्ट कर्मचारी ने किया हड़ताल
क्या है बिहार में व्यवहार न्यायालय की सच्चाई :
कहने को तो हमारा देश 1947 में आजाद हो गया है पर अंग्रेजों का बनाया हुआ रीति रिवाज अगर कहीं पर हु – बहू लागू है तो वह हमारा न्यायपालिका है। जिस प्रकार अंग्रेज कभी भी भारतीयों को अच्छे नजर से नहीं देखते थे, उन्हें dog or Indian are same बोला जाता था, हमेशा उन्हें नीचता का आभास कराया जाता था उसी प्रकार व्यवहार न्यायालय में मैं भी अंग्रेजों वाला ही सिस्टम अभी भी लागू है और सभी कर्मचारी अभी भी भारतीय बने रहने के लिए मजबूर हैं और बाकी सभी अफसर अभी भी अंग्रेज ही बने हुए हैं।
क्या चाहते हैं किशनगंज कोर्ट कर्मचारी :
उक्त अत्याचार के खिलाफ कर्मचारी गण अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं । इस जिला जज के साथ काम नहीं करेंगे ।जब तक जिला जज किशनगंज पर कार्रवाई नहीं हो तब तक धरना से नहीं हटेंगे। साथ ही साथ थाना प्रभारी किशनगंज पर भी कार्रवाई की मांग की गई है। इस हादसे के बाद से ही कर्मचारी गण के परिवार सदमे में हैं।
1 thought on “Kishanganj Court Employee ( किशनगंज कोर्ट कर्मचारी) ने किया हड़ताल, दिन भर मचा रहा बवाल, नहीं चली 1 घंटा भी कोर्ट का काम :”